Uttarakhand Rain: रौद्र रूप में बह रही अलकनंदा! 2013 की आपदा आई याद
Uttarakhand Rain: उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण हालत बिगड़ गए हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं हो रही है। बाकी तराई क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने के कारण नदी किनारे बने मकान के बहने की आशंका है। अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण धारी देवी मंदिर समिति में डर का माहौल बना हुआ है। देवी मंदिर में दर्शन करने के बाद कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने मंदिर समिति के पुजारी और सदस्यों के साथ बैठक की थी।
मंदिर को छूकर बह रही अलकनंदा (Uttarakhand Rain)
बैठक में मंदिर के संरक्षक और श्रद्धालु की सुविधाओं से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई थी। मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया और आपदा सचिव सुमन से फोन पर बातचीत कर मंदिर समिति, पुजारी और आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों की एक संयुक्त बैठक जल्द आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
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पुल की सुरक्षा को लेकर पहल
धारी देवी मंदिर के पास बने पुल की सुरक्षा को लेकर भी विशेष पहल की गई है। मंत्री धन सिंह रावत ने सिंचाई विभाग को पुल के किनारे सुरक्षा दीवार तैयार करने के निर्देश दिए हैं जिससे भविष्य (uttarakhand rainfall) में पुल को किसी भी प्रकार की क्षति न हो और श्रद्धालुओं को दर्शन करने में किसी भी तरीके की और सुविधा का सामना न करना पड़े।
2013 की आपदा हुई ताजा (Uttarakhand Rain News)
2013 की केदारनाथ आपदा को लोग अभी तक नहीं भूल पाए हैं। बीते दिन जब अलकनंदा ने अपना रौद्र रूप धारण किया था। उस दौरान भारी बाढ़ और बादल फटने की घटना ने एक बार फिर लोगों की यादे ताजा कर दी है। स्थानीय लोगों का मानना है कि साल 2013 की आपदा धारी देवी मंदिर की मूर्ति को उनके स्थान से हटाने का परिणाम थी। इस बार भी बढ़ते जलस्तर ने लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है।
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श्रीनगर और आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा
अलकनंदा के बढ़ते जलस्तर का असर श्रीनगर और आसपास (Uttarakhand Cloudburst) के इलाकों में दिख रहा है। नदी किनारे मौजूद घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं और मिनी गोवा में पानी बीच सड़क तक पहुंच गया था। डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है जिसकी वजह से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई है।