उत्तराखंड

Badrinath Highway: तीन साल बाद मिला मजदूरों को न्याय! हुआ था बड़ा हादसा

Badrinath Highway: बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में निर्माणाधीन पुल की शटरिंग गिरने के कारण दो मजदूरों की मौत हो गई थी। इस मामले में अदालत ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर और इंजीनियर को लापरवाही के लिए दोषी पाया है। अदालत में दोनों को अलग-अलग धाराओं में 4 साल 6 महीने की सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। उसके साथ ही दोनों पर 11,511- 11,511 का जुर्माना भी लगाया है।

क्या है पूरा मामला? (Badrinath Highway)

दरअसल, 20 जुलाई 2022 को ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में निर्माणाधीन दिन पुल की शटरिंग गिर गई थी। जिसके कारण दो मजदूरों की मौत हो गई थी और 6 मजदूर घायल हुए थे। इस पूरे मामले में मृतक मजदूर कन्हैया लाल के पिता वेदराम निवासी शाहजहांपुर में कुल निर्माण कंपनी आरसीसी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेरठ के प्रोजेक्ट मैनेजर ज्योति प्रकाश शर्मा और इंजीनियर मुकेश गुप्ता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

यह भी पढ़ें: Rishikesh News: तीर्थनगरी में संचालित हो रहा जिस्मफरोशी का धंधा?

अदालत ने सुनाया फैसला

उन्होंने जानकारी दी थी कि दोनों अधिकारियों की लापरवाही (uttarakhand news) के कारण यह घटना हुई थी। जिसमें उनके बेटे और एक अन्य मजदूर की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने कोर्ट में 25 मई 2023 को आरोप पत्र दाखिल किया था। इसके बाद शनिवार यानी की 27 सितंबर 2025 को दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अदालत ने आखिरी फैसला सुनाया है।

यह भी पढ़ें: Haridwar News: युवाओं के लिए पार्टी लाइन से अलग चले त्रिवेंद्र सिंह रावत

अदालत के फैसले के बाद लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। सभी का कहना है की अदालत ने सही का साथ दिया और न्याय की जीत हुई है। मजदूरों के सामने कोर्ट में इंजीनियर और प्रोजेक्ट मैनेजर (Badrinath Highway News) की पहुंच कुछ नहीं कर पाई। वहीं अन्य यूज़र ने प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि 3 साल बाद का लंबा समय लेकर कोर्ट ने सही फैसला लिया है। यह फैसला साफ तौर पर दर्शाता है कि कोर्ट सही और सच का साथ देता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *