Haridwar Rain: हरिद्वार में रेलवे विभाग के दावों की पोल खुली
Haridwar Rain: हरिद्वार में रेलवे विभाग के दावों की पोल खुल गई है। दरअसल, मंगलवार को हुई भीषण बारिश के बाद पहाड़ी से आया मलबा और बड़ा बोल्डर हरिद्वार देहरादून रेलवे ट्रैक पर गिर गया। यह हादसा उत्तरी हरिद्वार स्थित काली मंदिर टनल के पास हुआ है। जहां सितंबर 2024 में मुरादाबाद मंडल के निर्देश पर रेलवे ने एक करोड़ रुपए की लागत से लोहे की सुरक्षा सुरंग (haridwar railway track news) का निर्माण कराया था। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने इस बात का दावा किया था कि अब ट्रैक पर मलबा नहीं गिरेगा और आवाजाही निर्बाध बनी रहेगी। लेकिन, मंगलवार को आई आपदा ने इन दावों की पोल खोल दी है।
उत्तर रेलवे के अधिकारी (Haridwar Rain)
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने जानकारी दी की हरिद्वार मोतीचूर क्षेत्र के बीच एक चट्टान ट्रैक पर गिर गई। इसके बाद से ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने यह भी बताया कि रेलवे की ओर से इस तरह के हादसे को रोकने के लिए पहले ही छत बना ली गई थी। इस वजह से बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है और ना ही कोई जनहानि हुई है। रेलवे मरम्मत का काम शुरू हो गया है और क्षेत्र अधिकारी भी मौके पर मौजूद है।
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जल्द दुरुस्त किया जाएगा रेलवे ट्रैक
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार जल्द से जल्द रेलवे ट्रैक (haridwar kali mata mandir news) को फिर से सुचारु किया जाएगा। इसके बाद ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू होगा। ट्रैक पर चट्टान गिरने की वजह से उत्तर रेलवे ने देहरादून जाने वाली तीन ट्रेनों को हरिद्वार में ही रोक लिया था।
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2023 में भी हुई थी घटना (Haridwar Rain News)
स्थानीय लोगों ने जानकारी दी थी कि उत्तरी हरिद्वार के काली मंदिर भीमगोडा के पास रेलवे ट्रैक पर मनसा देवी की पहाड़ियों से एक चट्टान गिर गई। जिस वजह से रेलवे ट्रैक पूरी तरह से बाधित हो गया। उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे ट्रैक पर चट्टान गिरने की यह पहली घटना नहीं है। साल 2023 में भी ऐसा ही हुआ था। जब रेलवे ट्रैक पर मलबा आ गया था। तब 3 दिन में 126 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई थी।