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Chandra Grahan 2025: चंद्र ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां

Chandra Grahan 2025: इस साल का अंतिम चंद्रग्रहण कल यानी की 7 सितंबर रविवार को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपके लिए घातक हो सकती है। जो महिलाएं गर्भवती हैं उन्हें जरूर अलर्ट रहना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान पेट में पल रहे बच्चे पर सीधा असर पड़ता है।

चंद्र ग्रहण का समय (Chandra Grahan 2025)

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार चंद्रग्रहण पूर्णिमा तिथि पर रात्रि में 9:57 से लेकर देर रात 1:23 बजे तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण सभी 12 राशियों पर प्रभाव डालेगा। जिनके अलग-अलग फल होते हैं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दिन ध्यान देना चाहिए। उन्हें ग्रहण के दौरान गाय के गोबर से पेट से कमर तक घेरा बना लेना चाहिए। अगर गोबर नहीं तो काजल से घेरा बना लें। अगर काजल नहीं है तो एक धागा पेट से पेर तक नाप कर पेन में लपेटकर रख दें। ग्रहण (Chandra Grahan 2025 date and time) के दौरान भजन करें और प्रभु का नाम स्मरण करें।

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ग्रहण के बाद क्या करें?

चंद्र ग्रहण के दौरान लघु या दीर्घ शंका (Chandra Grahan 2025 ) नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा कुछ खान-पान का भी सेवन न करें। गर्भवती महिलाएं और वृद्ध व्यक्ति और बीमार व्यक्तियों पर यह नियम लागू नहीं होता है। अगर घर में खाना बना है तो उसमें तुलसी के पत्ते डाल दें। सूतक 12 घंटे पहले लग जाता है। हालांकि हम लोग पालन नहीं करते हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना चाहिए और गरीब व्यक्तियों को अपनी क्षमता के अनुसार कंबल या दूसरे दान देने चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें? (Chandra Grahan Upay)

सूतक काल में वृद्ध और बीमार लोगों को छोड़कर भोजन आदि करने से सभी लोग बचें। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को फल, सब्जी आदि काटने और नुकीली वस्तुओं के प्रयोग से बचना चाहिए।

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ग्रहण के दौरान क्या करें?

  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान शुद्धिकरण करें।
  • ग्रहण के दौरान तुलसी मंत्र का जाप करें।
  • गीता का पाठ करें।
  • भगवान के नाम का स्मरण (Chandra Grahan Precautions) करते रहें।
  • पानी, भोजन आदि में तुलसी की पत्तियां डाल दें।
  • ग्रहण के दौरान भगवान शिव की आराधना विशेष लाभकारी मानी गई है।

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