देहरादून

Cyber Crime: मसूरी कपड़ा व्यवसायी ने साइबर ठगी में गवाएं 01 करोड़ रुपए

Cyber Crime: राजधानी देहरादून के मसूरी में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। गारमेंट्स कारोबारी को साइबर ठगों ने अपना शिकार बना लिया।  कपड़ों के कारोबारी को साइबर ठगों ने सोफा बनाने वाली कंपनी का वित्तीय सलाहकार बनकर झांसे में ले लिया। इसके बाद एक करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी (Cyber Crime) कर डाली। 

गारमेंट्स कारोबारी के साथ हुआ धोखा

गारमेंट्स कारोबारी को साइबर ठगों (cyber fraud) ने सोफा बनाने वाली कंपनी में निवेश का लालच दे दिया। निवेश करने और खाते में रिटर्न करने का झांसा भी दिया। कारोबारी उनके जाल में फस भी गया। जब उसको ठगे जाने का एहसास हुआ तो वह पुलिस के पास दौड़ा-दौड़ा गया। पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर जाँच भी शुरू कर दी गई। 

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सोफा बनाने वाली कंपनी बन जाल में फसां दिया 

जाखन निवासी मनोज अग्रवाल ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। वह मसूरी में कपड़े का कारोबार करता हैं। उनको एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। शख्स ने खुद को एक सोफा बनाने वाली एक बड़ी कंपनी का वित्तीय सलाहकार बताया। उसने कंपनी का नाम एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट लिमिटेड बताया। व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ लोगों ने बड़े मुनाफे के स्क्रीनशॉट भी साझा किए हुए थे। जिस वजह से कपड़ा व्यवसाय को उन पर विश्वास हो गया। 

व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया (Dehradun News)

17 मार्च को कपड़ा व्यवसाय को दो अन्य व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में 108 सदस्य मौजूद थे। ग्रुप के सदस्यों ने विश्वास दिलाया कि निवेश पूरी तरह से सुरक्षित है। इससे काफी मुनाफा हो रहा है। इतना ही नहीं है दावा भी किया कि निवेश करने के 24 से 48 घंटे के अंदर रिटर्न निवेशक के खाते में भी आ जाएगा। 

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एक करोड़ 70 लख रुपए करवा ट्रांसफर

गारमेंट्स कारोबारी उसे व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों के झांसी में आ गया। उसने 17 मार्च से 4 अप्रैल के बीच अलग-अलग तारीखों में एक करोड़ 17 लख रुपए निवेश कर दिए। उसको मुनाफा दिखा दो लेकिन वह उसे निकाल नहीं पाया। धनराशि निकालने (dehradun cyber scam) के लिए 72 लख रुपए जमा करने के लिए कहा गया। तब जाकर कपड़ा व्यवसाय को अपने साथ ठगी होने का एहसास हुआ। 

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