Dehradun Mock Drill: शाम 4 बजे देहरादून में गुजेंगे 09 सायरन
Dehradun Mock Drill: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद युद्ध की आशंका बनी हुई है। भारत में ऑपरेशन सिंदूर (operation sindoor) के तहत पर्यटकों की मौत का बदला ले लिया है। भारत सरकार आज यानी 7 मई को देशभर के 244 सिविल डिफेंस जिलों में मॉक ड्रिल करने जा रही है। इस कड़ी में उत्तराखंड का देहरादून जिला भी शामिल है। जहां आज शाम 4:00 बजे मॉक ड्रिल की जाएगी।
एजेंसी, विभागों के अधिकारी अलर्ट रहें (Dehradun Mock Drill News)
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि सिविल डिफेंस जिलों (uttarakhand mock drill city) में मॉक ड्रिल किए जाने को लेकर सभी विभागों के साथ बैठक की गई है। कुछ बैठक अभी भी जारी है। ऐसे में शाम को स्थिति और जगह के साथ ही रिसोर्सेस व टीम को एनालाइज कर लिया जाएगा। आज 7 मई को नगर निगम क्षेत्र में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया जाएगा। जिससे, एजेंसी और विभागों के अधिकारी अलर्ट रहें।
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सिविल सोसाइटी के लोग भी हो जागरूक (Dehradun Mock Drill)
इसके साथ ही सिविल सोसाइटी के लोग भी इसके प्रति (uttarakhand news) जागरूक रहे। अगर ऐसी स्थिति बनती है और जब अलार्म या कोई ट्रांसमिशन प्रशासन की तरफ से दिया जाता है तो उसे दौरान उनका क्या करना है? इसकी जानकारी भी दी जाएगी।
शाम को चार बजे एक साथ बजेंगे 09 Siren
देहरादून जिले में कुल 9 सायरन है। जिनका इस्तेमाल आज 7 मई की शाम 4:00 बजे मॉक ड्रिल अभ्यास के दौरान किया जाएगा। जब उपयुक्त चैनल से सिग्नल मिलते हैं तो अलार्म या सायरन को कंसर्न एजेंसी को ट्रांसफर किया जाता है। जिससे सिचुएशन को हैंडल किया जा सके।
कब और क्यों बजाए जाते हैं सायरन? (war siren reason)
- सायरन युद्ध की स्थिति या किसी खतरे से अलर्ट करने के लिए बजाया जाता है।
- सायरन की आवाज काफी तेज होती है जो काफी दूर तक सुनाई देती है।
- युद्ध की स्थिति, एयर स्ट्राइक या किसी बड़ी आपदा के वक्त लोगों को सचेत किया जाता है।
- सायरन की आवाज 2 से 5 किलोमीटर के दायरे में सुनाई देती है। यह साउंड 120 से 140 डीबी तक होती है।
इससे पहले साल 1971 में हुई थी मॉक ड्रिल (mock drill india history)
साल 1971 में भारत-पाक युद्ध से पहले आखिरी बार इस तरह का मॉक ड्रिल किया गया था। पाकिस्तान के साथ युद्ध की आशंका को देखते हुए इस बार भारत सरकार देश की जनता को इसके लिए तैयार करना चाहती है।
सायरन बजने पर क्या करना होता है? (what to do during siren sound)
- सायरन बजने पर 5 से 10 मिनट के भीतर सुरक्षित स्थान पर जाना होता है।
- शांत रहने और न घबराने के साथ-साथ प्रशासन के निर्देशों का पालन करना होता है।
- सबसे जरूरी किसी भी अफवाह से बचना और आधिकारिक सूचना पर ध्यान देना होता है।
कहां लगे होते हैं सायरन? (dehradun siren locations)
सायरन प्रशासनिक भवन, सैन्य ठिकाने, पुलिस मुख्यालय, फायर स्टेशन, भीड़भाड़ वाले जगह और संवेदनशील शहरी इलाकों में लगा होता है।