धार्मिक

Gita Jayanti: जीवन बदल देंगे श्रीमद् भगवत गीता के ये 10 प्रेरक विचार

Gita Jayanti: हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गीता जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष गीता जयंती 11 दिसंबर को मनाई जा रही है। आज के दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत भी रखा जाता है। आजका दिन और व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी के दिन भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का पाठ पढ़ाया था। ऐसा समय जब अर्जुन के कदम महाभारत युद्ध भूमि की ओर जाने से डगमगाने लगे थे। इसके बाद गीता का उपदेश सुनकर ही अर्जुन अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हुए थे। 

यह भी पढ़ें : Kumbh Mela 2025: संगम स्नान का मौका न चूकें, कुंभ मेले तक ऐसे पहुंचें!

गीता(Gita Jayanti) को हिंदू धर्म में पवित्र और पूजनीय ग्रंथ माना जाता है। गीता में भगवान श्री कृष्ण द्वारा कही गई बातें वर्तमान में युवाओं को अवसाद,भय और चिंता से दूर करती है। मान्यतानुसार यदि व्यक्ति अपने जीवन में गीता के उपदेशो के अनुसार कार्य करता है। तो वह व्यक्ति अपने जीवन में जरुर सफल(Gita Motivational Quote ) होता है। इसके अलावा व्यक्ति क्रोध, लाभ,ईर्ष्या और मोह से दूर रहता है। आईए कम समय में पढ़ते हैं गीता के खास उपदेश।

भगवान पर किसी कर्म का प्रभाव नहीं पड़ता है। भगवान किसी कर्म बंधन में नहीं बनते हैं।

ज्ञान को प्राप्त करने के लिए विनम्रताबेहद आवश्यक होती है। 

काम, क्रोध तथा लाभ यह तीन नरक के द्वार है। 

अंत समय में जो जिस भाव का स्मरण करता है वह उसी भाव को प्राप्त हो जाता है। 

गीता के अनुसार मनुष्य को फल की इच्छा छोड़कर कर्म करना चाहिए। यदि फल की कामना करे बगैर कार्य किए जाए, तो परिणाम पक्ष में आते हैं। 

क्रोध निर्णय लेने की क्षमता को क्षीण करता है जिसके कारण स्मृति भ्रम हो जाता है। जब स्मृति भ्रमित हो जाती है तब बुद्धि का नाश हो जाता है और बुद्धि के नष्ट होने से मनुष्य का पतन हो जाता है।

जीवन को सरल बनाने के लिए नियमित अभ्यास करना आवश्यक है। अभ्यास से न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि नए कौशल भी विकसित होते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *