Haridwar Latest News: पति के कहने पर स्मैक ला रही महिलाएं
Haridwar Latest News: धर्मनगरी हरिद्वार से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, नशा माफिया अब पुलिस और खुफिया एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए नया आईडिया लेकर सामने आए हैं। दरअसल, नशा माफिया महिलाओं को स्मैक तस्करी में इस्तेमाल कर रहे हैं। हरिद्वार जिले की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की पिछले 1 साल की कार्रवाई में लगभग 10 से ज्यादा महिलाएं बरेली से स्मैक लाती हुई पकड़ी गई है।
पति के कहने पर स्मैक ला रही (Haridwar Latest News)
हैरानी वाली बात यह भी है कि अधिकांश महिलाएं अपने पति के दबाव और कहने पर स्मैक ला रही थी। महिलाओं के सहारे नशा तस्करी का काम किया जा रहा है। इस जाल से निपटने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF Haridwar) में महिलाओं की संख्या बढ़ाने की तैयारी भी की जा रही है।
बरेली से पहुंचती है स्मैक
हरिद्वार और देहरादून समेत राज्य के ज्यादातर जनपदों में स्मैक बरेली से पहुंचती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर तक स्मैक पहुंचाने के लिए तस्कर हरिद्वार से होकर ही गुजरते हैं। हरिद्वार जिले की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम ने बीते 2 सालों में कई बड़ी खेप के साथ नशा बेचने वालों को भी गिरफ्तार किया है। इस धंधे में महिलाओं को भी उतार दिया गया है। बरेली से छोटे-छोटे पैकेट में स्मैक महिलाओं को सौंप कर अलग-अलग रास्ते से तस्करी कराई जा रही है।
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जांच में यह बात सामने आई है कि अधिकांश महिलाएं (haridwar women drug peddler) अपने घर के पुरुष सदस्यों के दबाव या कहने पर नशे के इस धंधे में शामिल हुई है। इससे नशा माफिया को यह फायदा मिल रहा है कि महिलाएं अक्सर चेकिंग में शक के दायरे में नहीं आती है। अगर आती भी है तो बेहद कम। उसके बावजूद भी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स सेल प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रणजीत तोमर की टीम ने 1 साल में 10 से ज्यादा महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इनमें से कुछ महिलाएं हरिद्वार, कुछ देहरादून और कुछ सहारनपुर तक स्मैक लेकर जा रही थी।
बस और ट्रेन की सवारी (Haridwar News)
हाल ही में पकड़ी गई कुछ महिलाओं ने पूछताछ में बात कबूल की है कि उन्होंने मामूली पैसों के लालच में आकर तस्कर के लिए काम किया है। कुछ मामलों में परिवार के पुरुष सदस्य मुख्य रूप से इस रैकेट को चला रहे हैं और अपनी महिलाओं को आगे कर रहे हैं। पुलिस को धोखा देने के लिए महिलाएं कभी ट्रेन तो कभी रोडवेज बस में सफर करती है। जिन ट्रेन और बसों में भीड़ होती है सफर के लिए उन्हें प्राथमिकता के साथ चुना जाता है जिससे भीड़ के कारण महिलाएं पकड़ में ना आ सके।
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एसएसपी ने दिया बयान
इस पूरे मामले में SSP प्रमेंद्र डोभाल (SSP Haridwar) ने कहा है कि- ” यह बात सही है कि नशा माफिया स्मैक सहित अन्य नशे में तस्करी के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार निगरानी बढ़ाई गई है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और बॉर्डर चेकिंग पॉइंट पर विशेष टीमों को तैनात किया गया है। आमजन को भी ऐसी कोई जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।”