परीक्षा

SSC EXAM Changes: ध्यान दें! एसएससी परीक्षा में हुए कई बदलाव

SSC EXAM Changes: एसएससी परीक्षा में कई सारे बदलाव होने जा रहे हैं। सितंबर में होने वाले आम ग्रेजुएट लेवल एग्जाम समिति कई परीक्षाएं एक शिफ्ट में होगी। किसके एग्जाम सेंटर भी 100 किलोमीटर के दायरे में ही होंगे। एसएससी चेयरमैन एस गोपालकृष्णन ने एक इंटरव्यू में बताया है की एसएससी में क्या-क्या नए बदलाव किए हैं और आपको कौन-सी परेशानियां इस बार नहीं होगी।

पसंद का सेंटर (SSC EXAM Changes)

एसएससी ने जुलाई से अपने एग्जाम साइकिल में कुछ बदलाव किए हैं जिससे पारदर्शिता बने और टेक्नोलॉजी की मदद भी ली जा सके। एसएससी चेयरमैन एस गोपालकृष्णन ने यह बात मानी है की शुरुआत में कुछ दिक्कतें आई और कैंडीडेट्स की शिकायत भी जायज थी। जिनके पास सिस्टम को रि-ऑडिट किया जा रहा है जिससे सितंबर के एग्जाम में सब सही रहे। उनके अनुसार अभी 80% कैंडिडेट्स (ssc exam update) को उनकी पसंद का सेंटर मिल रहा है। वह इस 90% से ऊपर ले जाएंगे। पहले 200 किलोमीटर तक सेंटर थे अभिषेक 100 किलोमीटर तक सीमित कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें: Intelligence Bureau Jobs: 10वीं पास के लिए IB में नौकरी का मौका

एक शिफ्ट में होगा एग्जाम

दिल्ली में स्टूडेंट्स ने एग्जाम रिफॉर्म की मांग को लेकर हंगामा किया था। इसके बाद एससी ने फैसला लिया है कि में एग्जाम को एक शिफ्ट में करने की कोशिश की जाएगी। अध्यक्ष का कहना है कि कई कैंडीडेट्स और केंद्र (ssc exam changes) की कमी के कारण पहले दो-तीन शिफ्ट होती थी। लेकिन, अब कोर्ट का आर्डर आया है कि ऐसा नहीं करना चाहिए। जिसके चलते अब टेक्नोलॉजी की मदद से एक शिफ्ट में एग्जाम संभव होगा। ऐसा होने से स्टूडेंट्स को एग्जाम देने में आसानी होगी और गड़बड़ी का खतरा भी नहीं होगा।

नया नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला हुआ लागू (SSC EXAM Changes News)

अगर एग्जाम कई शिफ्ट में होते हैं तो एक शिफ्ट आसान और दूसरी मुश्किल हो जाती है। जिससे स्टूडेंट्स की शिकायत रहती थी। अब नया नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला लागू हुआ है। जिसके अंतर्गत अगर सुबह का पेपर आसान और शाम का मुश्किल है तो हर शिफ्ट में अलग-अलग नॉर्मलाइजेशन होगा। नई एजेंसी की वजह से सेंटर दूर-दूर मिले थे। लेकिन, अब प्लेटफार्म और टेक्नोलॉजी से यह दिक्कत सुलझाई जा रही है।

यह भी पढ़ें: Uttarakhand News: गढ़वाल आयुक्त ने अधिकारियों को लगाई जोरदार फटकार

सेंटर चुनना, सिक्योरिटी, एप्लीकेशन मैनेजमेंट और करेक्ट क्वेश्चन पेपर तैयार करने की जिम्मेदारी अलग-अलग एजेंसियों को दी गई है। जिससे तालमेल से काम हो। पुराने कंप्यूटर और नेटवर्क की दिक्कतें दूर की जा रही है ताकि एग्जाम में कोई रुकावट ना आए।

नकल पर लगेगी लगाम

नकल और गलत तरीके (ssc exam scam) से एग्जाम देने की शिकायतें भी आई थी। जिस वजह से ऑथेंटिकेशन का नियम लागू हुआ है। यह प्रक्रिया एग्जाम से लेकर जॉब ज्वाइन करने तक चलेगी ताकि धोखाधड़ी रोकी जा सके। पेपर मोड की प्लानिंग नहीं है क्योंकि इससे पेपर लीक और गड़बड़ी का रिस्क बढ़ सकता है। कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट सुरक्षित और तेज रिजल्ट देने का तरीका है। इसलिए एग्जाम कंप्यूटर बेस्ड ही होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *