Uttarakhand Cloudburst: बादल फटने से मची चीख-पुकार! आया सैलाब
Uttarakhand Cloudburst: उत्तरकाशी के सिलाई बैंड में शनिवार देर रात करीब 1:00 बजे बादल फटने से टीन और प्लाई से बने टेंट में पानी घुस गया। जब जमीन पर सो रहे हैं मजदूरों को पानी से ठंड लगी तो वह उठकर भागने लगे। लेकिन, शरीर पर पानी लगने के बावजूद भी कुछ मजदूरों की नींद नहीं टूटी। अन्य साथियों ने उन्हें उठाने की कोशिश की लेकिन उतने में ही पानी के साथ मलबा उन्हें अपने साथ बहा ले गया।
प्लाई तोड़कर निकले मजदूर (Uttarakhand Cloudburst)
दूसरे टेंट में रह रहें मजदूरों ने दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन वह नहीं खुला। तो उन्होंने प्लाई तोड़कर बाहर निकल कर अपनी जान बचाई। घटनास्थल से भाग कर अपनी जान बचाने वाले 20 मजदूर है। जिनमें से एक ने बताया कि क्षेत्र में बहुत तेज बारिश हो रही थी। सभी मजदूर कुछ- कुछ दूरी पर बनाए गए अपने टेंट में सो रहे थे।
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पानी के साथ आया मलबा
अचानक कमरे में पानी घुसने लगा और वहां (uttarkashi flood news) पर कुछ लोग जमीन पर सो रहे थे। जब कुछ मजदूरों को लगा कि उनके कपड़े गीले हो गए हैं। तो वह एकदम से उठ गए। तब तक पानी के साथ मलबा आने लगा और वह लोग बाहर भागे और अपने साथियों को आवाज देकर जगाने की कोशिश की।
मजदूरों ने सुनाई अपनी आपबीती (uttarakhand rain)
पानी आने के बाद जो जग गया वह बच गया और जो नहीं जगा वह सैलाब के साथ बह गया। बचे हुए मजदूरों में से एक मजदूर (labourers killed in uttarkashi cloudburst) कीर्ति बहादुर ने बताया कि जब उन्होंने बाहर से साथियों की आवाज सुनी तब तक पानी और मलबा आने के कारण कमरे का दरवाजा बंद हो गया था। इसके बाद उन्होंने कमरे में एक ओर लगी प्लाई को तोड़कर अपनी जान बचाई।
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ग्रामीणों ने की मजदूरों की मदद
बचे 20 मजदूरों के पास कोई भी कपड़ा नहीं (uttarakhand news) बचा था। जो कपड़े पहने थे वह बुरी तरह से गीले हो गए थे। पलिगाड पहुंचने पर ग्रामीणों ने उन्हें कपड़े दिए। कुछ लोग पैसा और कपड़े बचाने के चक्कर में बह गए। बादल फटने से पानी और मलबे के तेज बहाव की चपेट में आने से 9 मजदूर मलबे में बह गए। दो मजदूरों के शव बड़कोट में यमुना नदी में मिले।