Doon Hospital में फर्जीवाड़ा, बन रहा था फेक मेडिकल सर्टिफिकेट
Doon Hospital: उत्तराखंड के सबसे बड़े और सरकारी दून अस्पताल (Dehradun News) में फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट जारी करने का मामला सामने आया है। दरअसल, एंटी रेट्रोवाइरल उपचार इकाई में तैनात एक चिकित्सक फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बना रहा था। उसके साथ इस काम में एक वार्ड बॉय भी शामिल है। अस्पताल में फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने की खबर मीडिया रिपोर्ट में जारी हुई है। हालांकि, अस्पताल ने तत्काल प्रभाव से चिकित्सक और वार्ड बॉय दोनों को हटा दिया है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा (Doon Hospital)
आप सभी के मन में यह सवाल आ रहा होगा की आंखें इतने बड़े अस्पताल में फर्जीवाड़ा चल कैसे रहा था? साथ ही इस बात का खुलासा किस प्रकार हुआ है? बता दे, इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक मरीज का प्रमाण पत्र अस्पताल से वापस आ गया और उसने प्रमाण पत्र को स्वीकार न किए जाने की बात सबके सामने गई। इसके बाद प्रमाण पत्र की जांच की गई और पता चला कि अस्पताल के आर्ट इकाई में तन चिकित्सक ने यह प्रमाण पत्र जारी किया है।
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पैसे देकर बनवाया था फर्जी सर्टिफिकेट
अस्पताल प्रबंधन द्वारा की गई जांच के अनुसार यह पता चला कि एक व्यक्ति ने पहले पैसे देकर चिकित्सक से फिटनेस मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया था। मामला तब आगे बढ़ा जब जिस जगह उसे मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करवाना था, वहां के अधिकारियों ने मेडिकल स्वीकार करने से इनकार कर दिया और सर्टिफिकेट सही न होने की बात कही।
मेडिकल के फर्जी होने के बाद सामने आई
व्यक्ति जब मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर अस्पताल आया तो मेडिकल के फर्जी होने की बात का खुलासा हुआ। चिकित्सा के साथ वार्ड बॉय भी इस कार्य में शामिल था। अस्पताल प्रबंधन ने दोनों को आर्ट सेंटर से हटा दिया है। इसके अलावा इस मामले की उच्च स्तरीय जांच भी की जाएगी। हैरान करने वाली बात यह है कि 2 महीने पहले ही चिकित्सक की ए आर टी में तैनाती हुई थी। इतने कम समय में चिकित्सक ने इतना बड़ा फर्जीवाड़ा करने का प्लान बना लिया।