Cancer Symptoms: टैक्स फ्री हुई कैंसर की दवा, अब नहीं होगा लाखों रुपया खर्च
Cancer Symptoms: देश में स्वास्थ्य विभाग को मजबूत करने के लिए सरकार काम कर रही है। लेकिन, कई ऐसी बीमारियां है, जिनका इलाज देश और विदेश दोनों ही जगह पर काफी महंगा है। इन बीमारियों में कैंसर एक प्रमुख बीमारी है। लेकिन इस बार बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (nirmala sitharaman) ने कैंसर की दवाओं को ड्यूटी फ्री में शामिल कर दिया है। लेकिन, इसके बाद भी कैंसर का इलाज महंगा है। आगे पढ़ते हैं इसके पीछे आखिर क्या वजह है।
कैंसर की दवा हुई टैक्स फ्री (Cancer Symptoms)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट (health budget 2025) की घोषणा की है। बजट में आम जनता को ध्यान में रखते हुए बड़ी घोषणाएं हुई है। इसमें कैंसर मरीजों (cancer medicines tax free) को बड़ी राहत मिली है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जुड़ी 36 दबाव पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। साथ ही इन्हें पूरी तरह से ड्यूटी फ्री बनाया जाएगा। वित्त मंत्री द्वारा ऐलान किया गया है कि अगले तीन सालों में देशभर के सभी जिलों में डे केयर कैंसर सेंटर भी खोले जाएंगे।
कैंसर का इलाज है महंगा
भारत समेत पूरी दुनिया में कैंसर का इलाज (cancer treatment cost) उसकी स्थिति पर निर्भर करता है। अगर मरीज कैंसर के फर्स्ट स्टेज पर है तो उसका इलाज कम पैसों में संभव होता है। लेकिन जो मरीज कैंसर के आखिरी स्टेज पर होते हैं, उनके इलाज में लाखों करोड़ों रुपए खर्च हो जाते हैं। इसके बावजूद भी मरीज का जीवन बचेगा या नहीं इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है।
क्या है महंगे इलाज की वजह?
कैंसर का इलाज बहुत महंगा होता है। आम लोगों के मन में यह सवाल उठाते हैं कि आखिर कैंसर का इलाज इतना महंगा क्यों होता है। इसके पीछे कई कारण होते हैं। प्रथम कारण है कैंसर की दवाएं जो उन्नत बायोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके बनाई जाती है। इतना ही नहीं दवा कंपनियों को इन दावों को बनाने में लंबा समय और पैसा लगता है। इसके बाद जब यह दवाई बाजार में आती है तो इनकी कीमत बढ़ जाती है। इस वजह से आम जनता के लिए इन दावों को खरीदना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा दूसरा कारण है कैंसर के इलाज का लंबा चलना। इस वजह से भी है काफी खर्चीला होता है।