क्या सही में भारत के पास नहीं है अपना कोई राष्ट्रीय खेल ?
भारत में लोगों को क्रिकेट के खेल को लेकर मन में बेहद उत्साह रहता है। लेकिन क्रिकेट हमारे देश भारत का नहीं बल्कि ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल है। जिस तरह से ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल क्रिकेट है। अमेरिका का राष्ट्रीय खेल बेसबॉल है। ठीक इसी प्रकार भारत में लोगों को यह लगता है कि भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है। लेकिन इस बात का लिखित में कोई प्रमाण नहीं है कि हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। आइए आगे पढ़ते हैं और जानते हैं की क्या हॉकी सही में भारत का राष्ट्रीय खेल है या नहीं।
हॉकी नहीं है भारत का राष्ट्रीय खेल
हमारे देश में अधिकतर सभी लोग क्रिकेट के दीवाने हैं। क्रिकेट को लेकर दीवानगी इस हद तक है कि लोगों को यह लगने लगा था कि क्रिकेट भारत का राष्ट्रीय खेल है। जब इस बात का खुलासा हुआ की क्रिकेट भारत नहीं बल्कि ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल है तो सभी लोग हैरान हो गए थे। इसके बाद यह बात सामने आई कि जिस खेल को लेकर लोगों को कोई खास जानकारी नहीं है वह हमारा राष्ट्रीय खेल है। यह बात हो रही है हॉकी खेल की इसके बारे में कुछ लोगों ने यह सुना है की हॉकी को अब बढ़ावा दिया जा रहा है। लेकिन हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है इसकी भी लिखित में कोई ऐसी जानकारी नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि भारत ने साल 1928 से लेकर 1956 तक ओलंपिक में हॉकी में 6 गोल्ड मेडल जीते थे। इसके बाद से ही शायद हॉकी को राष्ट्रीय खेल कहां जाने लगा।
भारत के पास नहीं है कोई राष्ट्रीय खेल
अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि यह गलतफहमी थी कि क्रिकेट हमारा राष्ट्रीय खेल है उसके बाद यह बात सामने आई की हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है। अब फिर से एक उलझन सामने आ गई है जिसमें यह बताया जा रहा है कि हॉकी भी हमारा राष्ट्रीय खेल नहीं है।अब सवाल उठता है कि आखिर भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है? इसका जवाब यही है कि भारत का आधिकारिक तौर पर कोई भी राष्ट्रीय खेल नहीं है। इस बात की पुष्टि तब हुई जब साल 2020 में भारत सरकार ने एक आरटीआई का जवाब दिया था।
आरटीआई में भारत सरकार ने लिखा था कि ‘सरकार ने किसी भी खेल को भारत का राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं किया है। क्योंकि भारत सरकार सभी खेलों को समान रूप से मान्यता देती है और एक खेल को दूसरे से अधिक प्रोत्साहित नहीं करना चाहती है। सरकार का उद्देश्य सभी लोकप्रिय भारत डिसिप्लिन को बढ़ावा देना है।’ भारत सरकार के इस कथन से यह साबित होता है कि हमारे देश का कोई राष्ट्रीय खेल नहीं है। हमारा देश सभी खेलों को एक समान मानता है और बढ़ावा देता है।