हरिद्वार

Haridwar Kawar News: आज से पहले आपने नहीं देखी होगी ऐसी कावड़

Haridwar Kawar News: सावन का मेला शुरू हो गया है। हरिद्वार में सावन महीने की धूम अलग ही दिखाई देती है। क्योंकि भगवान भोलेनाथ के भक्त कावड़िया हरिद्वार और आसपास के क्षेत्र से गंगाजल लेकर वापस जाते हैं। इस दौरान कई तरह की कावड़ भी देखने को मिलती है। इस बार ज्यादातर कलश वाली कावड़ लेकर सभी शिव भक्त ले जा रहे हैं। इसे जुगाड़ से तैयार किया गया है।

कलश वाली कावड़ प्रचलन में आई (haridwar kawar news)

इस बार कलश वाली कावड़ सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। इसको बनाने का तरीका आसान है। इनमें कलश, बांस का डंडा और रस्सी का उपयोग हुआ है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण चीज चाहिए जिससे एम् सील कहा जाता है। जिससे गंगाजल भरने के बाद कलश को सील किया जाता है। कावड़ यात्रा के दौरान बाकी दिनों में बाजार में आसानी से मिल जाने वाली एमसील के दाम भी बढ़ जाते हैं।

यह भी पढ़ें: Haldwani News: जंगल में पेड़ से लटका हुआ मिला युवक का शव! मची सनसनी

हर की पौड़ी पर तैयार हो रही कावड़

जो एमसील आम दिनों में दुकानों पर ₹10 की मिलती है वह हर की पौड़ी क्षेत्र में इन दिनों ₹15 की बेची जा रही है। इसके अलावा कावड़ में उपयोग होने वाली रस्सी ₹10 से लेकर ₹20 तक की मिल रही है। कलश की बात करें तो ₹400 से लेकर कलश की शुरुआत हो रही है। इन सभी चीजों के जरिए ही कलश तैयार किए जा रहे है। किसी भी कावड़िया ने किसी भी तरह की कोई भी आपत्ति इन बातों को लेकर नहीं जताई है।

यह भी पढ़ें: Amit Shah in Uttarakhand: अमित शाह के आने पर छावनी बना रुद्रपुर

20 लीटर का होता है कलश (haridwar latest news)

कलश वाली कावड़ को कलश के साथ बनाया जाता है। जिसे एक बांस के डंडे में बांधा जाता है और उसमें कलश की संख्या के अनुसार गंगाजल भरा जाता है। आमतौर पर एक कलश 20 लीटर का होता है इसलिए दो कलश का मतलब होता है 40 लीटर गंगाजल भरा हुआ है। शिव भक्त अपनी इच्छा के अनुसार कलश की संख्या बढ़ा लेते हैं। जिससे यह 200 लीटर तक भी पहुंच जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *