ऋषिकेश

Rishikesh Kawar News: नीलकंठ में 50 लाख शिव भक्तों ने किया जलाभिषेक

Rishikesh Kawar News: ऋषिकेश स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में सावन के दूसरे सोमवार के दिन साढ़े छह लाख शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया। कुल मिलाकर धाम में अब तक करीब 50 लाख शिव भक्त जलाभिषेक (neelkanth mahadev mandir) कर चुके हैं। सोमवार को नीलकंठ धाम में रात से ही जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया था। पैदल मार्ग से लेकर मोटर मार्ग पर सभी हर-हर महादेव के जयकारे लगा रहे थे। गंगा घाट और तटों पर भी शिव भक्तों की भीड़ देखने को मिली थी।

दो पहिया वाहनों की लगी भीड़ (rishikesh kawar news)

नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत और जिला पंचायत की पार्किंग में शिव भक्तों के दो पहिया वाहनों की भीड़ लगी थी। जगह-जगह ड्रोन कैमरा की मदद से पुलिस प्रशासन की ओर से शिव भक्तों की सुरक्षा पर निगरानी की जा रही थी। हरिद्वार से आने वाले कावड़ियों को श्यामपुर चौकी से बाईपास होते हुए नटराज चौक से भद्रकाली, ब्रह्मानंद मोड, तपोवन तिराहा से होते हुए ब्रह्मपुरी की ओर से भेजा गया

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ऐसे डाइवर्ट रहे रूट

जो कावड़ यात्रा ऋषिकेश मुख्य बाजार की गलियों (rishikesh news) में घुसे उन्हें आईडीपीएल गोल चक्कर होते हुए बैराज की ओर भेज दिया गया। इसके अलावा कुछ कांवड़ियों को चंद्रभागा पुल से आईएसबीटी होते हुए भद्रकाली भेजा गया। नीलकंठ दर्शन के बाद कावड़ियों को गरुड़चट्टी पुल से बैराज होते हुए हरिद्वार की ओर भेजा गया। पुलिस कंट्रोल रूम के अनुसार सोमवार को सुबह से शाम तक नीलकंठ मंदिर में करीब साढ़े छह लाख शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। इसके अलावा धाम में अब तक कुल मिलाकर 5 लाख शिव भक्त जलाभिषेक कर चुके हैं।

नीलकंठ महादेव मंदिर (rishikesh kawar news today)

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धार्मिक मान्यता के अनुसार चिरकाल में जब समुद्र मंथन के दौरान विष की प्राप्ति हुई थी। तब इस विष का पान भगवान शिव ने किया था। भगवान शिव को ऐसा करते देख माता पार्वती ने शिव जी का गला पकड़ लिया था। जिसकी वजह से विष (Rishikesh Neelkanth Temple) अंदर नहीं जा पाया। इस तरह से विष भगवान शिव जी के गले में ही रह गया। विष के असर से भगवान शिव का गला नीला हो गया। जिस वजह से उन्हें नीलकंठ नाम से जाना जाता है। इसी वजह से इस जगह को भी नीलकंठ महादेव मंदिर का नाम दिया गया।

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