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Haridwar Latest News: फार्मा कंपनी के कफ सिरप में पाई गई अनियमितताएं

Haridwar Latest News: उत्तराखंड औषधि नियंत्रण विभाग ने कफ सिरप और अन्य औषधीय निर्माण और बिक्री में अनियमितता के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया हुआ है। शुक्रवार को टीम ने हरिद्वार स्थित डॉक्टर पल्स फार्मास्यूटिकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Pulse Pharmaceuticals Haridwar) का निरीक्षण किया है। जहां पर सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती द्वारा कंपनी में कई गंभीर खामियों और नियम का उल्लंघन पाया गया।

मानकों का पालन नहीं कर रही कंपनी (Haridwar Latest News)

तहकीकात में सच सामने आया है की कंपनी द्वारा जीएमपी के निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। दवाओं की गुणवत्ता नियंत्रण, रॉ मैटेरियल स्टोरेज, सफाई व्यवस्था और उत्पादन प्रक्रिया में जरूरी तकनीकी मानकों का पालन नहीं हो रहा है। जिससे औषधि अधिनियम का गंभीर उल्लंघन हुआ है। इन सभी अनियमितताओं को देखते हुए अनीता भारती (haridwar cough syrup banned) ने तत्काल प्रभाव से कंपनी के उत्पादन पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं।

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कफ सिरप से बच्चों की मौत

मध्य प्रदेश में कफ सिरप पर सरकार ने 4 अक्टूबर को बैन लगा दिया था। सिरप बनाने वाली श्रीसंत कंपनी बच्चों की किडनी फेल होने से हुई मौत के बाद से लगातार सवालों के घेरे में थी। मध्य प्रदेश में इस कंपनी के कफ सिरप को पीने के बाद 14 बच्चों की किडनी फेल होने की वजह से मौत हुई थी। इसके बाद से कंपनी विवादों के गहरे में है। जांच किए गए सैंपल में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया। जो एक जहरीला रसायन था।

इस घटना के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई स्थित श्री संत फार्मास्यूटिकल मेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कंपनी साल 1990 में स्थापित हुई थी। लेकिन, हैरानी वाली बात है कि इसे रजिस्टर से हटा दिया गया था। ऐसी हरकत तभी होती है जब कंपनी नियमित रूप से रेगुलेटरी फाइल जमा नहीं करती है।

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कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने लगाया पहले बैन (Haridwar Cough Syrup News)

छिंदवाड़ा में कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने 29 सितंबर को ही इस दवा पर बैन लगाने के आदेश दे दिए थे। उन्हें डेढ़ सौ से ज्यादा फोन कॉल्स आने लगी। जिसमें उन्हें कहा गया की दवा अच्छी है जांच रिपोर्ट आने दो. … बैन आपके ऊपर उल्टा पड़ सकता है। हालांकि, कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने दबाव के सामने झुकना सही नहीं समझा और स्पष्ट तौर पर कहा कि अगर जांच रिपोर्ट आने तक रोक लगाना बच्चों की जान बचा सकता है तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।

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