Haridwar News: आखिर कितने साल और जलमग्न होता रहेगा रानीपुर मोड़?
Haridwar News: हरिद्वार में रविवार रात से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसकी वजह से लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। हरिद्वार की लाइफ लाइन कहे जाने वाला रानीपुर मोड़ जलमग्न हो गया। सड़क पानी से लबालब भरी हुई दिखी। कई फीट पानी भरा हुआ मिला और वाहनों को कई फीट पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन इस मार्ग से जिला मुख्यालय का रास्ता भी है। हर साल सावन में रानीपुर मोड़ और भगत सिंह चौक जलमग्न होता है। कई सरकारें आई और गई लेकिन अभी तक पानी भरने की समस्या को कोई दूर नहीं कर पाया है।
पानी में फंसे वाहन (Haridwar News)
रविवार रात को हुई बारिश की वजह से सोमवार की सुबह हरिद्वार में कई जगह जलभराव देखने को मिला। सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक बारिश का सिलसिला जारी रहा। सबसे ज्यादा बुरे हाल हरिद्वार की लाइफ लाइन कहीं जाने वाले रानीपुर मोड़ पर देखने को मिले। जहां सड़कों पर इतना पानी भर गया था कि लोगों का वहां से आवागमन मुश्किल हो गया। इसके अलावा कई वाहन पानी में भी फंस गए। रानीपुर मोड़ के अलावा भगत सिंह चौक, चंद्राचार्य चौक, कनखल के कई क्षेत्र जैसे देश रक्षक तिराहा और मोती बाजार में भी हर जगह पानी ही पानी मिला।
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कई फीट तक भरा हुआ पानी
सड़कों पर कई फीट तक पानी भरा हुआ है। यह सभी वही मार्ग है जहां हर साल बारिश होने पर ऐसे हालात बन जाते हैं। लेकिन आज तक पानी निकासी का सही इंतजाम नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि- “भले ही मेयर कांग्रेस की रही हो या बीजेपी की। हमारी यह समस्या अभी तक दूर नहीं हुई है।” अन्य व्यक्ति ने कहा की- “एक आम व्यक्ति ईमानदारी से टैक्स भरता है लेकिन सुविधा के नाम पर उसे सरकार की तरफ से ठेंगा मिलता है। अपनी मेहनत की कमाई से हम वाहन खरीदने हैं। टैक्स भी देते हैं। लेकिन, निगम द्वारा अपना कार्य जिम्मेदारी से नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से पानी भरता है और हमारा वाहन पानी में डूबने से खराब हो जाता है।”
अलर्ट रहने के मिले निर्देश (Haridwar News Latest)
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने तहसील मुख्यालय और ब्लॉक मुख्यालय के अधिकारी के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों, तहसील और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को निर्देश दिए की सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में अलर्ट पर रहे और किसी भी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है तो जल निकासी के लिए तत्परता से आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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हालांकि, जो सरकार कई सालों से जल निकासी का कार्य नहीं कर पाई। ऐसे में जिलाधिकारी द्वारा समस्या को एक दिन में ठीक करने की उम्मीद करनी सही नहीं है।