HMPV Situation India: क्या एचएमपीवी और कोरोना एक जैसे हैं?
HMPV Situation India: चीन से शुरू हुआ संक्रमण भारत में भी पहुंच गया है। पिछले महीने 6 दिसंबर को सबसे पहले कर्नाटक में संक्रमण का पहला मामला रिपोर्ट किया गया था। एचएमपीवी 24 घंटे के अंदर ही तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र में भी अपने पैर पसार चुका था। लोगों के बीच इस बात का भाई है कि क्या लॉकडाउन जैसी स्थिति फिर से बन सकती है। आगे पढ़िए की क्या सही में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो सकती है या यह केवल एक अफवाह है।
क्या फिर से देश भर में लगेगा लॉकडाउन?
लोगों के बीच एचएमपीवी की वजह से लॉकडाउन (HMPV Situation India) लगने के सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर चीन में इस वायरस के संक्रमण को लेकर ऐसी खबरें और वीडियो सामने आ रही है, जिसमें अस्पताल और शमशान घाट पर कोरोना की तरह ही भीड़ दिखाई जा रही है। ऐसा मंजर जो कोरोना के दूसरी लहर के समय था। मलेशिया में यह वाइरस काफी पहले से मौजूद है। लेकिन 2023 के बाद 2024 के मामले में संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई है।
भारत में कैसे हैं हालात?
एचएमपीवी (HMPV India Cases) चीन से होते हुए मलेशिया और फिर भारत में आ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मलेशिया में 2024 में 327 मामले दर्ज किए गए। 2023 में यह मामले केवल 2025 थे। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने नागरिकों से बार-बार हाथ धोने, मास्क पहने और खसते या चकते समय मुंह और नाक को ढकने की हिदायत दी है। अमेरिका में भी एचएमपीवी(HMPV Virus)संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ज्यादातर लोग आसानी से ठीक हो रहे हैं।
क्या एचएमपीवी और कोरोना एक जैसे हैं?
सरल शब्दों में कहा जाए तो एचएमपीवी (HMPV and Corona Similarity) के लक्षण कोरोना से मिलते जुलते हैं लेकिन यह कोरोना जैसा नहीं है। इस वजह से आप सभी को जरूर से ज्यादा चिंता नहीं करनी है। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी लोगों को आशीर्वाद किया है कि एचएमपीवी से डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। यह सांस लेने की प्रक्रिया को भले ही प्रभावित करने वाली समस्या है पर इसके कारण कोरोना जैसी गंभीरता का खतरा नहीं है।
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एचएमपीवी के संक्रमितों में ज्यादातर फ्लू जैसे लक्षण देखे गए हैं। कुछ लोगों में इसके कारण अस्थमा या ब्रोंकाइटिस के मामले जरूर ट्रिगर हो सकते हैं। कोरोना संक्रमण की स्थिति में भी लक्षण इसी से मिलते जुलते देखे गए थे।
क्या फिर से लग सकता है लॉकडाउन?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन की स्थिति को देखकर लोगों को भले ही डर लग रहा है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि चीन की स्थिति काफी अलग है जिसकी अन्य देशों से तुलना नहीं की जानी चाहिए। दरअसल चीन में जब कोरोना फैला था, तब 2020 में लॉकडाउन (India Lockdown News) लगाया गया था जो सख्ती के साथ दिसंबर 2023 तक चलता रहा था। इस वजह से इस दौरान जन्म लेने वाले बच्चे ना तो स्कूल गए और ना ही उनके दूसरे लोगों से मिलना जुलना हुआ।
परिणाम स्वरुप इन बच्चों में प्राकृतिक इम्यूनिटी विकसित नहीं हो पाई। जिसके कारण वहां बच्चे इस नए वायरस से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। जबकि अन्य देशों में बच्चों में सांस लेने के रोगों को लेकर हार्ड इम्यूनिटी बन गई है। जिसके कारण अन्य देशों में चीन जैसे हालात होने की संभावना कम है। इसे देखते हुए फिर से लॉकडाउन नहीं लगेगा।