धार्मिक

Holika Dahan Time: भद्रा के साये के बीच जाने कब किया जाएगा होलिका दहन?

Holika Dahan Time: हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है। इस छोटी होली भी कहते हैं। इस साल 13 मार्च 2025 यानी कि आज पूरे भारत में होलिका दहन किया जाएगा। आज का दिन मुख्य रूप से सामाजिक एकता और सभी तरह की बुराइयों का समाप्त करने के लिए जाना जाता है। गली मोहल्ले में जगह-जगह होलिका दहन का भव्य आयोजन किया जाता है। आयोजन में सभी सुख समृद्धि और घर की बरकत के लिए पूजा पाठ करते हैं। इस दौरान होलिका के चारों ओर कच्चे सूत को सात बार परिक्रमा करते हुए लपेटा जाता है, जो नौ ग्रहों को शांत (holika dahan muhurat kab hai? ) करने के लिए होता है। 

बुराई पर अच्छाई की जीत भी कहा जाता है (Holika Dahan Time)

होलिका दहन के दिन शाम (holika dahan muhurat) के समय सभी एकजुट होकर होलिका का दहन करते हैं। इसे शास्त्रों में बुराई पर अच्छाई की जीत भी कहा गया है। लेकिन इस बार होलिका दहन पर सुबह से ही भद्रा का सैया बना है। जिसकी वजह से लोगों को इस बात की दिक्कत हो रही है कि आखिर होलिका दहन कब और किस मुहूर्त में किया जाएगा। 

भद्रा का समय (Holika Dahan Timing)

होलिका दहन पर सुबह 10:35 से लेकर रात 11:26 तक भद्रा का साया रहेगा। नई दिल्ली से लेकर, मुंबई, कानपुर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, जयपुर, चेन्नई, बेंगलुरु, मथुरा, फरीदाबाद और हरिद्वार तक रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:26 तक है। 

होलिका का पूजा मंत्र (Holika Dahan Pooja Mantra)

ॐ नृसिंहाय नमः

अनेन अर्चनेन होलिकाधिकष्ठातृदेवता प्रीयन्तां नमम। 

होलिका दहन पूजा विधि (Holika Dahan Pooja Vidhi)

आज होलिका दहन के समय लाल, पीले या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनें। काले या सफेद रंग के कपड़े से परहेज करें। शुभ मुहूर्त के समय यानि रात 10 बजकर 40 मिनट पर होलिका दहन के स्थान पर एकत्र हों। अपने साथ होलिका दहन की पूजा सामग्री साथ लेकर जाएं। पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं। दक्षिण दिशा में एक कलश स्थापित करें।

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