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Justice For Ariha: जर्मनी में मां-बाप पर लगा बेटी के यौन उत्पीड़न का आरोप

Justice For Ariha: एक्स ऐप पर #JusticeForAriha ट्रेंड कर रहा है। कुछ लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि आखिर यह अरिहा (Ariha Shah Germany) कौन है और आखिर बच्ची को लेकर क्या मामला है। इस बच्ची को लेकर पिछले साल अक्टूबर 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और जर्मन के चांसलर ओलाफ शोल्ज की बैठक के दौरान मुद्दा भी उठाया गया था। भारतीय बच्ची अरिहा शाह को जर्मनी में बाल देखभाल ग्रह में रखा गया है। विदेश सचिव विक्रम गई इस बात की जानकारी उसे दौरान दी थी। लंबे समय से अरिहा को उसके माता-पिता से मिलने की मूवी चल रही है। 

मां-बाप पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप (Justice For Ariha)

दरअसल, अहमदाबाद निवासी भावेश शाह और धारा वर्क (Ariha Shah) वीजा पर जर्मनी के बर्लिन गए थे। वहां उनकी दुनिया उस समय बिखर गई, जब उनकी बेटी के प्राइवेट पार्ट पर चोट लग गई और अस्पताल ले जाने पर मां-बाप पर उत्पीड़न का आरोप लगा। अरिहा को प्रशासन ने फोस्टर केयर होम भेज दिया। सितंबर 2021 के बाद से ही है परिवार अपनी बेटी की कस्टडी के लिए कामिनी जंगल लड़ रहा है। दावा किया जा रहा है कि क्रूरता के आरोप भी गलत पाए गए हैं। लेकिन, उसके बावजूद भी बच्ची को नहीं सौंपा जा रहा है।

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36 महीने से जर्मनी में मौजूद है अरिहा (who is Ariha)

भारतीय विदेश सचिव ने प्रेस वार्ता में बताया था कि कुलपति ने प्रधानमंत्री मोदी को भरोसा दिलाया कि वह इस मुद्दे पर बहुत करीब से नजर रखे हुए हैं। हालांकि, यह बात अक्टूबर 2024 में हुई थी और अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस जानकारी या फैसला सामने नहीं आया है। बच्ची करीब 36 महीने से जर्मनी में बाल देखभाल गृह में है। उसके माता-पिता महाराष्ट्र की ठाणे जिले में मीरा भायंदर के निवासी है। बच्ची को चोट पहुंचा जाने के आरोपी के बाद उसे जर्मनी में बाल देखभाल ग्रह में ही रखा गया है। 

जर्मनी ने बच्ची को लेकर क्या जवाब दिया? 

भारतीय विदेश सचिव ने कहा था कि मैं पुष्टि कर सकता हूं कि आज की बैठक के दौरान भी इस मुद्दे को उठाया गया। हमने जर्मनी से कहा कि भारतीय बच्चे जी महल में बड़ी हो रही है वह सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषा के स्तर पर उसका नहीं है और यह नैसर्गिक नहीं है और इस स्थिति का समाधान करने की जरूरत है।

जर्मनी की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को भरोसा दिया गया कि वह इस मुद्दे पर बहुत गरीबी नजर रखे हुए हैं और आगे भी इस पर ध्यान देते रहेंगे। मुझे भरोसा है कि दोनों पक्ष विभिन्न माध्यमों से संपर्क बनाए रखें। 

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