Prayagraj Kumbh Mela: अमेरिका का व्यक्ति बना सन्यासी,वजह चौंकाने वाली
Prayagraj Kumbh Mela: प्रयागराज महाकुंभ में पूरी नगरी में रौनक देखने को मिल रही है। हिंदुओं के लिए महाकुंभ सबसे बड़ा पर्व होता है। महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। इस दिन से संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलेगी। इसके अलावा बड़े-बड़े तंबू, नागा साधु अपनी जटाये लहराते हुए डुबकी लगाते हुए भी दिखाई देंगे। महाकुंभ में ऐसे बहुत से साधु-संत आते हैं जिनकी जीवनशैली आम जनता के लिए आकर्षण का केंद्र होती है। ऐसे ही एक साधु महाकुंभ (mahakumbh 2025) में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। उनका जन्म सात समंदर पार संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ लेकिन उन्होंने भारत का सनातन धर्म अपना लिया।

अमेरिका में पैदा होकर बने साधु (Prayagraj Kumbh Mela)
न्यू मैक्सिको के एक आध्यात्मिक साधक मोक्ष पुरी बाबा है। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू मैक्सिको में जन्म लिया था। वह प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मोक्ष पुरी बाबा जूना खाने से जुड़े हुए हैं और उन्होंने अपना जीवन सनातन धर्म के अभ्यास और प्रचार के लिए दान कर दिया है।
मोक्ष पुरी बाबा ने बताई अपनी जीवन कहानी
मोक्ष पुरी बाबा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अपने जीवन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, मेरे पहले के जीवन में मैंने कई काम किए थे। मैंने सुना में काम किया था। मैंने मछली पकड़ने वाला खेल भी खिला था। उन्होंने बताया कि मुझे सनातन धर्म व बौद्ध धर्म (mahakumbh mela 2025) के बारे में कुछ चीजें जल्दी सिखाई गई थी।
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पत्नी से मिलने पर जीवन में आया परिवर्तन
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे हवाई द्वीप पर अपनी पत्नी से मिलने पर उनके जीवन में एक बड़ा परिवर्तन हुआ। उन्होंने कहा मैं अपनी पत्नी से हवाई द्वीप पर मिला था और वही हमारा एक आपसी संबंध था। सनातन धर्म के साथ एक गहरा संबंध था जो अंततः हमें 25 साल पहले प्रयागराज लाया था।
भारतीय संस्कृति के साथ गहरा संबंध
मोक्ष पुरी बाबा का भारतीय संस्कृति के साथ गहरा संबंध है। इसी वजह से उन्होंने अपनी पश्चिमी जीवनशैली को पीछे छोड़कर सनातन धर्म के पारंपरिक प्रथाओं को अपनाया। कुंभ मेले में वह ध्यान, योग और भारतीय दर्शन की गहन शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं।
इसके अलावा वह न्यू मैक्सिको में एक आश्रम खोलेंगे जिसका संदेश विश्व स्तर पर जाएगा। भविष्य की बात करते हो उन्होंने कहा कि जब तक मैं जीवित हूं, मैं करूंगा, यह मेरा जीवन है। मेरा लक्ष्य मोक्ष पूरी बनना है।