ऋषिकेश

Rishikesh: 90 परिवार बीते 3 सालों से पीने के पानी के लिए तरस रहे

Rishikesh: विकासखंड यमकेश्वर की ग्राम पंचायत महल के 90 परिवार बीते 3 सालों से पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। ग्राम पंचायत में पेयजल लाइन तो बढ़ा दी गई है लेकिन लाइन को पेयजल टैंक से नहीं जोड़ा गया है। सभी ग्रामीण (rishikesh) एक किलोमीटर दूर से प्राकृतिक स्रोत से पानी ढोने को मजबूर है। एक ओर जहां राज्य तरक्की कर रहा है वही इस राज्य में इस तरह के लापरवाही भी देखने को मिल रही है।

पेयजल लाइन बिछी पर टैंक से नहीं जुड़ी (water scarcity rishikesh)

विकासखंड के महल ग्राम पंचायत में पेयजल संकट बीते 3 सालों से बना हुआ है। साल 2022 (rishikesh) में यहां पेयजल लाइन बिछाई गई थी। लेकिन इन लाइनों को पुंडरासु पेयजल योजना के टैंक से ही जोड़ा नहीं गया। जिसकी वजह से पेयजल लाइन से आपूर्ति नहीं हो रही है।

अधिकारी नहीं कर रहे कोई कार्रवाई (rishikesh news today)

ग्रामीण इस संबंध में कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन ,अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ग्राम पंचायत में कन्या जूनियर हाई स्कूल ,राजकीय प्राथमिक विद्यालय और एक निजी प्राथमिक विद्यालय भी है। इन विद्यालयों में 70 से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं।

स्कूल के बच्चे भी परेशान (uttarakhand village)

छात्रों को पेयजल के लिए प्राकृतिक स्रोत पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। एक कन्या जूनियर हाई स्कूल मराल ,एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय मराल और शिशु विद्या मंदिर माली तलाई है। प्राथमिक विद्यालय में 26 बच्चे पढ़ रहे है। कन्या जूनियर हाई स्कूल में 20 छात्राएं हैं। इसके अलावा शिशु विद्या मंदिर में 29 बच्चे पढ़ रहे हैं।

विद्यालयों में भी 3 साल से नहीं आ रहा पानी

ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालयों में भी 3 साल से पानी नहीं आ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार पंपिंग योजना के मुख्य टैंक से जिला पंचायत पार्किंग तक पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। पुरानी बिछी हुई पाइपलाइन जंक लगने से जगह-जगह से खराब है। इस वजह से लाइन में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाती है। योजना निर्माण से पहले मल्ली तलाई के ग्रामीणों को सार्वजनिक स्टैंड पोस्टों से पर्याप्त पानी मिल रहा था लेकिन योजना बनने और लाइन बिछाने के बाद ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं।

मानकों के अनुसार नहीं बिछी लाइन

ग्रामीणों ने इस बात का भी आरोप लगाया है कि यह लाइन भी मानकों के अनुसार नहीं बिछाई गई है। पैदल मार्ग पर जगह-जगह पाइप सतह तल से ऊपर ही बिछाए गए हैं। जिसकी वजह से राहगीर और मवेशी चोटिल हो रहे हैं। इस ग्राम पंचायत में करीब 10 गांव है। इनमें से मल्ली तलाई ,आमसौड़ और मराल में पानी नहीं आ रहा है।

यह भी पढ़ें: Rishikesh: बकरी चराने वालों ने की वन कर्मियों की जमकर पिटाई

पानी का टैंक फट गया था (yamkeshwar block water scarcity)

मराल गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए भादसी गांव में जल संस्थान की तरफ से 15000 लीटर क्षमता का टैंक बनाया गया था। लेकिन यह कुछ समय बाद ही फट गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं कि टैंक निर्माण में गुणवत्ता पूर्ण सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया था। इस टैंक से हर घर जल योजना में गांव को जल आपूर्ति होनी थी।

मुख्य लाइन से पाइपलाइन नहीं जोड़ी गई

ग्रामीणों ने बयान दिए हैं की मुख्य लाइन से पाइपलाइन नहीं जोड़ी गई है और घरों में कनेक्शन लगा दिए गए हैं। लोग 3 वर्षों से पानी के लिए तरस रहे हैं। कई बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।

सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायत

ग्रामीणों ने कई बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी। शिकायत के दौरान जल संस्थान के अधिकारियों की तरफ से जल्द लाइन दुरुस्त करने और पानी की आपूर्ति करने की बात की गई और शिकायत वापस लेने के लिए कहा गया। लेकिन इसके बावजूद भी पानी नहीं आया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *