Uttarakhand Fire: जल रहे जंगल,112 वनाग्नि की घटनाएं, वन विभाग फेल
Uttarakhand Fire: लैंसडाउन रिजर्व वनप्रभाग के लालढांग रेंज की ओर से यमकेश्वर क्षेत्र के पडवा बीट के फायर वॉचरों को जूते, ड्रेस और खाने के लिए चना-गुड़ उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा फर्स्ट ऐड बॉक्स भी दिए गए। प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान ने चप्पल पहनकर आग बुझा रहे फायर वॉचरों की खबर प्रकाशित की थी। खबर का संज्ञान लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को फायर वॉचरों (Uttarakhand forest fire latest news) को सामग्री उपलब्ध कराई।
फिलहाल किसी भी क्षेत्र में नहीं लगी आग (Uttarakhand Fire)
वन दरोगा दाताराम ने बताया कि कुछ दिन पहले पेडवा बीट के रिजर्व क्षेत्र में आग लगी थी। हालांकि, वर्तमान समय में रिजर्व क्षेत्र में किसी भी जंगल में आज नहीं लगी है। सभी फायर वॉचरों को आग पर नजर रखने के लिए कहा गया है।
राज्य में अब तक हुई 112 वनों में आग लगने की घटनाएं
राज्य में अब तक 112 वनों में आग (Uttarakhand Forest Fire) लगने की घटनाएं हो चुकी है। वन चंपावत के जंगल में अब तक 68.5 हेक्टर में आग से नुकसान पहुंच चुका है। इसके अलावा आरक्षित वनों में 67.62 क्षेत्रफल में जैव विविधता प्रभावित हुई है। 28 अप्रैल को 24 घंटे में आग लगने की 12 घटनाएं दर्ज हुई थी। इसमें कुमाऊं और गढ़वाल में 6-6 घटनाएं दर्ज की गई। इस आगजनी की घटनाओं से 30 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में नुकसान हुआ है।
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फरवरी से शुरू हो चुका Uttarakhand Forest Fire Season
15 फरवरी से फायर सीजन शुरू हो चुका है। फरवरी से लेकर 18 अप्रैल तक राज्य में वनाग्नि की 70 घटनाएं हुई थी। जिनकी संख्या 27 अप्रैल तक 112 पहुंच गई। इसमें गढ़वाल मंडल में 62, कुमाऊं मंडल में 43 और वन्य जीव क्षेत्र में 10 जंगल में आग लगने की घटना हुई है। इन घटनाओं में 136 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में जैव विविधता प्रभावित हो चुकी है।
वन पंचायत के जंगल में हुआ नुकसान
इस वर्ष अब तक वन पंचायत और आरक्षित जंगल में आग लगने से करीब बराबर ही नुकसान हुआ (uttarakhand forest fire damage) है। वन पंचायत के जंगल में अब तक 68.5 हेक्टेयर में आग से नुकसान हो गया है। आरक्षित वनों में 67.62 क्षेत्रफल में जैव विविधता प्रभावित हुई है।
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आज नियंत्रण नियंत्रण के अभियान में जुटी टीम- वन विभाग
निशांत शर्मा, अपर प्रमुख वन संरक्षण वनाग्नि नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन, का कहना है कि राज्य में जंगल में आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। वन विभाग की टीम जंगल की आग के नियंत्रण के अभियान में जुटी हुई है। हालांकि, जिस तरह की स्थिति हमें देखने को मिल रही है, लग तो नहीं रहा है कि वन विभाग की टीम सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ अपना काम कर रही है।