Dehradun के इस इलाके में बदबू से जीना हुआ मुश्किल, लोग बोले- भूख मर गई
Dehradun: भारत में स्वच्छ भारत अभियान के तहत तमाम काम किया जा रहे हैं। इन कामों के साथ-साथ बजट भी पास हो रहे हैं। लेकिन देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक जगह ऐसी है जहां गंदगी हमेशा फैली रहती है। ऐसा प्रतीत होता है कि शायद से देहरादून भारत देश में आता ही नहीं है। जिस वजह से देहरादून की उसे जगह पर स्वच्छता अभियान का कोई कार्य नहीं हुआ है। आपको जानकर हैरानी होगी की कूड़े के वजह से आसपास रहने वाले लोगों को तो दिक्कतों का सामना करना पड़ ही रहा है बल्कि अन्य राज्यों से देहरादून (dehradun) आने वाले पर्यटकों का स्वागत भी कूड़े की बदबू से ही होता है। इस जगह पर मौजूद कूड़ा आसपास रहने वाले लोगों के लिए मौत का कुआं बन गया है। बात इतनी बढ़ गई है कि यहां रहने वाले लोगों के घर अब रिश्तेदार भी नहीं आ रहे हैं।

रिहायशी इलाके के पास जमा हो रहा कूड़ा
देहरादून के रिस्पना पुल और आईएसबीटी के बीच कारगी चौक के पास कूड़ा डंपिंग जोन बनाया गया है। जिसकी वजह से आसपास रह रहे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। इस डंपिंग जोन में पूरे देहरादून शहर का कूड़ा फेंक दिया जाता हैं। इसके बाद सभी कूड़े कोई खट्टा कर ट्रैक्टरों के माध्यम से शीशमबरा स्थित कूड़ा प्लांट भेज दिया जाता है।
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बदबू इतनी तेज की लोग खाना तक नहीं खा पाते
शीशमबाड़ा कूड़ा प्लांट ले जाने से पहले कारगी चौक से डंपिंग जोन में अत्यधिक कूड़ा होने की वजह से चारों तरफ जहरीले बदबू फैली रहती है। बरसात के दौरान स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है। जिसकी वजह से आसपास रहने वाले लोग खाना तक नहीं खा पाते हैं। हर समय उनके नाक में बदबू जाती रहती है।
400 मेट्रिक टन कूड़ा डंपिंग जोन में डाला जाता है
देहरादून शहर से रोजाना करीब 400 मी कूड़ा निकलता है। जिसे इसी डंपिंग जोन में इकट्ठा किया जाता है। नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती यह भी है कि आईएसबीटी से आने जाने वाले यात्रियों को इसी बदबूदार जगह से होकर ही गुजरना पड़ता है। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं की राजधानी देहरादून की छाप देश के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों में कैसी बन रही होगी।
सड़कों पर भी गिरता है कूड़ा (dehradun latest news)
कूड़ा डालने वाली गाड़ियों से सड़कों पर भी कचरा गिरता है। यह स्थिति अभी नहीं बल्कि लंबे समय से बनी हुई है। जब रोजाना सुबह कूड़े की गाड़ी इस डंपिंग जोन में कूड़ा डालने आती है तो उसे दौरान सड़कों पर जान जैसी स्थिति भी बन जाती है। इसके साथ ही सड़के भी कूड़े में तब्दील हो जाती हैं। क्योंकि चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ ही दिखाई देता है।
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नगर आयुक्त ने दिया बयान
नगर आयुक्त नमामि बंसल ने इस पूरे मामले पर मीडिया चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि कारगी चौक के पास मौजूद कूड़ा डंपिंग जोन के सामने मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन लगाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर कम स्मार्ट सिटी की ओर से किया जा रहा है। नगर निगम के अधिकारियों की ओर से लगातार स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से बातचीत कर जल्द से जल्द इसका आपको पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
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मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन का कांसेप्ट (Dehradun Dumping Zone)
मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन का कांसेप्ट है कि देहरादून शहर से जितना भी कूड़ा निकलता है। उसे कूड़े को कंपैक्ट कर संभाला प्लांट में डिस्पोजल के लिए भेजा जाए। क्योंकि अभी शहर भर से जो कूड़ा निकलता है उसको कारगी चौक से थोड़ा डंपिंग जोन में डाल दिया जाता है। फिर जैसी भी और डंपर की मदद से इन कूड़े को डिस्पोजल के लिए शीशमबाड़ा प्लांट भेजा जाता है। इस वजह से सड़कों पर भी कूड़ा फैलना और जगह-जगह पर गाड़ियों से कूड़ा गिरने की समस्या बनी रहती है। मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन शुरू होने के बाद कूड़े को कंपैक्ट कर एक साथ बड़ी मात्रा में प्लांट में कूड़ा भेजा जा सकेगा।