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Bihar BPSC Exam Protest: आखिर क्यों बिहार में नाराज है छात्र?

Bihar BPSC Exam Protest: बिहार लोक सेवा आयोग की बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। परीक्षा होने से पहले ही कई तरह की बड़ी बातें सामने आ गई है। छात्रों को बीपीएससी (BPSC 2025) परीक्षा के नियमों को लेकर काफी दिक्कतें हो रही है। हालांकि, अभ्यार्थी प्रदर्शन करने लगे इसके बाद आयोग को उसे समय सफाई देकर मामला संभालना पड़ा। परीक्षा वाले दिन भी पेपर लीक को लेकर विवाद की स्थिति बन गई थी। लेकिन अब एक बार फिर बीएससी परीक्षा को लेकर बड़ा हंगामा हो गया है। आगे पढ़ते हैं की बीएससी परीक्षा को लेकर विवाद कब और क्यों शुरू हुआ?

सबसे पहले नॉर्मलाइजेशन का विवाद (Bihar BPSC Exam Protest)

बीपीएससी (BPSC) की परीक्षा 13 दिसंबर को होनी थी। लेकिन इस परीक्षा से कुछ दिन पहले ही भारी मात्रा में अभ्यर्थी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन का विरोध करने लगे। बात इतनी आगे बढ़ गई कि अभ्यर्थी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उसे समय कुछ अभिव्यक्तियों ने रास्ता जाम भी कर दिया था। इसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा। इतना सब होने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग ने पूरे मामले में सफाई भी दी। आयोग ने कहा कि नॉर्मलाइजेशन इस परीक्षा में लागू नहीं किया जाएगा। आयोग ने अखबार में विज्ञापन भी निकले जिससे किसी भी तरह की अफवाहों पर छात्र ध्यान ना दें। 

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दूसरी बार पेपर लीक को लेकर हुआ विवाद

परीक्षा (Bihar BPSC Exam Protest 2025) वाले दिन भी यानी 13 दिसंबर को पटना के एक केंद्र पर विवाद की स्थिति बन गई। दरअसल एक कक्ष में परीक्षा दे रहे उम्मीदवार ने पेपर लीक का आरोप लगाया और नारेबाजी शुरू कर दी। इतना ही नहीं परीक्षा का बहिष्कार भी कर दिया। कैंडिडेट्स ने कहा कि उन्हें जो पेपर दिए गए उसका बंडल पहले से ही खुला हुआ था। इस वजह से उन्होंने परीक्षा लिख की आशंका जताई। इस पूरे हंगामा में एक दम ने बीएससी परीक्षार्थी को थप्पड़ मार दिया। डीएम द्वारा किए गए इस कार्य ने आग में घी का काम किया और विवाद फैल गया। 

अब किस बात पर हो रहा बवाल?

सबसे पहले विवाद नॉर्मलाइजेशन और दूसरी बार पेपर लीक को लेकर हुआ। लेकिन वर्तमान में भी बीपीएससी परीक्षा को लेकर विवाद चल रहा है। दरअसल बीएससी अभ्यर्थी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे। इसी दौरान राजनीति चमकाने के लिए जनसुरज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने पटना के गांधी मैदान में बीएससी अभ्यार्थियों के छात्रों की संसद बुलाई। बिहार पुलिस का कहना है कि इस संसद के लिए उन्हें प्रशासनिक अनुमति नहीं दी गई थी। जिस वजह से पुलिस प्रशासन ने गांधी मैदान के प्रदर्शन को नाजायज घोषित कर दिया और मैदान खाली करने के निर्देश दिए थे। जिसकी वजह से विवाद और ज्यादा बढ़ गया।

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